अनिद्रा Insomnia
आधुनिक युग का यह एक आम रोग है, अनिद्रा वर्तमान जीवन की तनावपूर्ण आपाधापी भरी जिंदगी, ना खाने का समय न सोने का समय, दिनचर्या या रात्रि चर्या उचित प्रकार से कैसे व्यतीत की जाए इतना जानने की यह समझने की फुर्सत ही कहां मिल पाती है,
आधुनिक जीवनशैली अपनाकर हम अपने को सुख-सुविधाओं से संपन्न तो बना सकते हैं लेकिन वास्तविक आनंद से वंचित रह जाते हैं । अनियमित जीवनशैली से धीरे-धीरे खत्म शरीर अंदर ही अंदर रोगग्रस्त होने लगता है । एक और नई-नई खोजें हमें सुख सुविधा पूर्ण जीवन जीने के साधन उपलब्ध कर रही है, लेकिन वही हम प्रकृति से भी दूर होते जा रहे हैं मन से संतोष व शांति नामक धीरे-धीरे खत्म होता जा रहा है, इसी का परिणाम है कि मानव के अंदर चिड़चिड़ापन थकावट व उदासीनता बढ़ती जा रही है इससे हमारे स्नायु मंडल पर अधिक दबाव पड़ता है ।
अनिद्रा होने के अनेक संभावित
कारण हो सकते हैं. अधिकांश मामलों में अनिद्रा का कारण तनाव (Stress), चिंता (Anxiety)
और अवसाद (Depression) होता है. चाहे आपकी समस्या कितनी
ही छोटी क्यों न हो लेकिन ये आपकी नींद को धीरे-धीरे प्रभावित करती है
और आप बेचैनी (Restlessness)
के शिकार होते जाते हैं.
कुछ
दवाइयों के दुष्प्रभाव से भी अनिद्रा की शिकायत हो जाती है. चाहे जो भी कारण हो, लंबे समय से हो रही अनिद्रा शरीर को बोझिल कर देती है. इससे सोचविचार
की क्षमता कुंद होने लगती है और पूरे शरीर पर इसका विपरीत प्रभाव पड़ता है.
अनिद्रा
का कारण
नींद का ना आना
नींद का कम आना
सपनों से भरी हुई नींद आना
बार-बार करवटें बदलना
स्मरण शक्ति का कमजोर होना
बात-बात पर चिड़चिड़ापन
भूख का कम होना
उच्च रक्तचाप
रक्त संचार में शिथिलता आना आदि लक्षण है
प्रकृति के नियम अटल होते हैं, जब हम प्रकृति के नियमों का पालन
करेंगे तो हम स्वस्थ बने रहेंगे । अनिद्रा को दूर करने के लिए यदि प्राकृतिक
चिकित्सा द्वारा चिकित्सा की जाए तो व्यक्ति अनिद्रा रोग से तो मुक्त मुक्ति पा
लेगा साथ-साथ अनेक रोगों से भी बचा रहेगा ।
चिकित्सा
रात को सोने से 2 घंटे पहले हल्का भोजन करें,
दिन में नहीं सोए,
सप्ताह में 1 दिन फलाहारी करें इससे शरीर में एकत्रित विकार
दूर होंगे,
स्नान
से पूर्व शरीर की सूखी मालिश करें,
चोकोर सहित आटे की रोटी खाएं भोजन में सलाद व हरी पत्तेदार
सब्जियां ज्यादा खाएं,
अनिद्रा
रोग को दूर करने के लिए निम्नलिखित आसन करना चाहिए
सर्वांगासन, शलभासन, कटिचक्रासन, पश्चिमोत्तानासन, धनुरासन, शवासन, हलासन, प्रतिदिन करना चाहिए ।
इन आसनों को करने से बहुत फायदा होगा, अनिद्रा रोग को दूर करने के लिए दोनों पैरों के
बीच की उंगली के पिछले भाग को हाथों से अंगूठे से दवाएं 10-15 सेकंड तक दबाए फिर
छोड़ने फिर दवाएं या क्रम 10 बार करें फायदा होगा।
गहरी
नींद के फायदे
गहरी निद्रा वह अनिद्रा है
जिसमें जीवित प्राणी शव की भांति निश्चित होकर संपूर्ण रूप से विश्राम करता है, 3 घंटे की गहरी निद्रा 8 घंटे की उथली
व सपनों भरी नींद से कहीं अधिक अच्छी होती है इस कारण अच्छी नींद
के लिए उपरोक्त लिखी बातों का ध्यान रखें और चैन की नींद सोए ।
आपकी नींद की आदतों को बदल कर
और अनिद्रा से संबंधित किसी भी समस्या का पता लगाकर नींद को लौटाया जा सकता है यदि
यह उपाय काम नहीं करते हैं तो आपके डॉक्टर तनाव से मुक्ति दिलाने और नींद में
सुधार करने के लिए संज्ञानात्मक व्यवहारिक थेरेपी दवाओं या दोनों को सुझाव दे सकते
हैं
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